पं.लड्डू गुरु
विद्वेषण पूजा
विद्वेषण का महत्त्व है द्वेष पैदा करना विद्वेषीशित करना विद्वेषण एक क्रिया है जो तंत्र के अंतिम में षठ कर्मो में अंतिम क्रिया है द्वेष पैदा करना मतलब दो लोगो के बीच झगड़ा करना इस क्रिया में पार्टनरशिप टूट जाया करती है या डाइवोर्स जाते हैं|
तंत्र मंत्र के 6 कर्म में एक और जहाँ सम्ममोहन का कार्य दो लोगो के बीच आकर्षक पैदा करना है वही विद्वेषण तंत्र प्रियोग दो आकर्षित लोगो के बीच द्वेष पैदा करता है। आपने देखा होगा की दो लोगो के बीच अचानक ही सब अच्छा चलते चलते ही बुरा होने लगता है। तंत्र के जरिये दो लोगो के मस्तिष्क पर द्वेष का प्रभाव डालना ताकि उनके बिच फुट पड़ जाए, ऐसा अक्सर वे लोग करते है जिन्हें दुसरो की ख़ुशी बर्दास्त नही होती है या फिर वो उन दोनो में से किसी एक को हासिल करना चाहते है
पुराने समय में most powreful videshn maha mantra का प्रियोग सिर्फ किसी को बुरी संगत से बहार लाने बुरे लोग से दूर करने के लिए किया जाता था लेकीन आज इसका प्रियोग हंसती खेलती जिंदगी को बर्बाद करने में किया जाता है।